ये
हु हु हु हु
कैसे भुलाऊ तेरी यादो को
उस सारी बातो को
लगती थी मुझको सच कभी (मुझको सच कभी)
मान लिया था जो कहा तूने
था तेरे काबू में
तुज़से ना पाया बच कभी (पाया बच कभी)
अब दूरियो ने कर दिया है बेअसर
क्यू आज भी बस मुझको ही तेरी फिकर
उसे छोड़ दे कहते है सब कहे दिल मगर
इतना आसान नही
तुझको यू भूल जाना मेरा
आसान नही आसान नही
कोई भर दे जो तेरी जगह
आसान नही आसान नही
शीशो के लम्हे टुकड़ो मे बिखरे
मन ये कहानी भूले ना बिसरे
तेरी निशानी जख़्मो मे निखरे
बनके मरहम तू आ भी जा फिरसे
तुने कहा था रह लेना मेरे बिना
या ढूंडना कोई मुजसे बेहतर सौ गुना
सोचा था लग जाएगा मन तेरे बिना
इतना आसान नही
तुझको यू भूल जाना मेरा
आसान नही आसान नही
कोई भर दे जो तेरी जगह
आसान नही आसान नही
कहने को आसान है दूर रहना
पर रहना तो आसान नही
वैसे तो आसान है दर्द देना
पर सहना तो आसान नही
अब चाहे जितनी भी रखलु मैं ख्वाइश
ठोकरा तू सारी जो की गुज़ारिशे
कैसे समझता मैं तेरी ये साजिशे
इतना आसान नही
तुझको यू भूल जाना मेरा
आसान नही आसान नही
कोई भर दे जो तेरी जगह
आसान नही आसान नही