कहानी सुनो जुबानी सुनो
मुझे प्यार हुआ था, इकरार हुआ था
कहानी सुनो जुबानी सुनो
मुझे प्यार हुआ था, इकरार हुआ था
मुझे प्यार हुआ था, इकरार हुआ था
हिज़ राते हुए चुप सी बाते हुई
सूखे फूलो की तरह सौगाते हुई
लोग चाहे कहे के ना आए गा तू
तुजको रब से है माँगा तेरी बाते हुई
सदायें सुनो, हाँ जफ़ाएं सुनो
मुझे प्यार हुआ था, इकरार हुआ था
मुझे प्यार हुआ था, इकरार हुआ था
है तमन्ना हमें तुम्हें दुल्हन बन जाए
तेरे कांधे रखे सर अपने दिल की सुनाए
थोड़े आसु बहाए
और हस्ते भी जाए
अपने हाथो पे महेंदी
तेरे नाम की सजाए
नही मुश्किल वफ़ा
ज़रा देखो यहा
तेरी आँखों मे बस्ता है मेरा खुदा
कभी सुन तो ज़रा दिल कहता ये क्या
मेरी दुनिया तुझी से तू ही आसरा
दुआ ऐ सुनो
सज़ा ऐ सुनो
मुझे प्यार हुआ था
इक़रार हुआ था
कहानी सुनो ज़ुबानी सुनो
मुझे प्यार हुआ था
इक़रार हुआ था
मुझे प्यार हुआ था प्यार हुआ था प्यार हुआ था प्यार हुआ था