menu-iconlogo
huatong
huatong
kishore-kumargulzar-jane-kya-sochkar-cover-image

Jane Kya Sochkar

Kishore Kumar/Gulzarhuatong
noemieserfatyhuatong
Тексты
Записи
जाने क्या सोचकर नहीं गुज़रा

जाने क्या सोचकर नहीं गुज़रा

इक पल रात भर नहीं गुज़रा

जाने क्या सोचकर नहीं गुज़रा

अपनी तनहाई का औरों से ना शिकवा करना

अपनी तनहाई का औरों से ना शिकवा करना

तुम अकेले ही नहीं हो सभी अकेले हैं

ये अकेला सफ़र नहीं गुज़रा

जाने क्या सोचकर नहीं गुज़रा

दो घड़ी जीने की मोहलत तो मिली है सबको

दो घड़ी जीने की मोहलत तो मिली है सबको

तुम भी मिल जाओ घड़ी भर तो ये ग़म होता है

इस घड़ी का सफ़र नहीं गुज़रा

जाने क्या सोचकर नहीं गुज़रा

इक पल रात भर नहीं गुज़रा

जाने क्या सोचकर नहीं गुज़रा

Еще от Kishore Kumar/Gulzar

Смотреть всеlogo

Тебе Может Понравиться