काळी रतब्योंण
काळी रतब्योंण
सूपीन्या मा किलै अंदि बाळी निंद खूँण, हो... ठुम ठुम कै...
बाळी निंद खूँण.. हो... ठुम ठुम कै...
दूदै कि गडूली,
दूदै कि गडूली,
त्वी त समळी दें, मिथै लागदी बडुळी, हो... घुट घुट कै
लागदी बडुळी.. हो... घुट घुट कै
म्यारा दगड़्या आज मोछंग बजै दे
बाँसूरि का सूरूँ मां झूमैलो सुंणैं दे
म्यारा दगड़्या आज मोछंग बजै दे
बाँसूरि का सूरूँ मां झूमैलो सुंणैं दे
गीतांग, म.र.च, सैरा बंण रिझै दे,
सैरा बंण रिझै दे,
क्या रंग रंगीलो,
क्या रंग रंगीलो
जै बंण दिखेंदी तू, वी बंण सजीलो
बाँसुरी बजै दे..
वी बंण सजीलो
बाँसुरी बजै दे..
लाखौं मा बिधातान मुखड़ी स्य छाँणीं,
छोटी-मोटि डाळी मां नारांगि सि दाँणीं.....
लाखौं मा बिधातान मुखड़ी स्य छाँणीं
छोटी-मोटि डाळी मां नारांगि सि दाँणीं
हैंसंण बंणायो जन, गंग्गा को पाँणीं..
जन गंगा को पाँणीं
जन रीटि तकळी
जन रीटि तकळी
धुंव्वाँ सि बणैं हलकी, पाँणीं सि पथळी, हो... ठुम ठुम कै
पाँणीं सि पथळी.. हो... ठुम ठुम कै
जैदीन बिटी देखी, मूखड़ि तेरी स्या,
कूजंणि किलै मेरू, चित्त नि लगदा..
जैदीन बिटी देखी, मूखड़ि तेरी स्या,
कूजंणि किलै मेरू, चित्त नि लगदा
बाळु मन मेरू, यू भारि खुदेंदा
भारि खुदेंदा
बीधाता कि लेख,
बीधाता कि लेख
बैखूल भोरीं दून्या, रंगीलो तु एक, बाँसुरी बजै दे..
रंगीलो तु एक, बाँसुरी बजै दे....
(M)- काळी रतब्योंण
काळी रतब्योंण
सूपीन्या मा किलै अंदि बाळी निंद खूँण
हो... ठुम ठुम कै...
बाळी निंद खूँण... हो... ठुम ठुम कै...
दूदै कि गडूली,
दूदै कि गडूली,
त्वी त समळी दें, मिथै लागदी बडुळी
हो... घुट घुट कै
लागदी बडुळी
हो... घुट घुट (हिचकी , हिचकी )