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Phir Le Aya Dil

Pritam/Rekha Bhardwajhuatong
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फिर ले आया दिल मजबूर क्या कीजे

फिर ले आया दिल मजबूर क्या कीजे

रास न आया रेहना दूर क्या कीजे

दिल कह रहा उससे मकम्मल

कर भी आओ

वो जो अधूरी सी बात बाकी है

वो जो अधूरी सी याद बाकी है

वो जो अधूरी सी याद बाकी है

करते हैं हम आज क़बूल क्या कीजे

हो गयी थी जो हमसे भूल क्या कीजे

करते हैं हम आज क़बूल क्या कीजे

हो गयी थी जो हमसे भूल क्या कीजे

दिल कह रहा

उससे मयस्सर कर भी आओ

वो जो दबी सी आस बाकी है

वो जो दबी सी आस बाकी है

वो जो दबी सी आस बाकी है

वो जो दबी सी आस बाकी है

किस्मत को है यह

मंज़ूर क्या कीजे

मिलते रहे हम बादस्तूर क्या कीजे

किस्मत को है यह मंज़ूर क्या कीजे

मिलते रहे हम बादस्तूर क्या कीजे

दिल कह रहा है

उससे मुसलसल कर भी आओ

वो जो रुकी सी राह बाकी है

वो जो रुकी सी चाह बाकी है

वो जो रुकी सी चाह बाकी है

वो जो रुकी सी चाह बाकी है आ आ हा हा हे ना आ आ हं हं

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