मैं बनी तेरी राधा 
(राधा) मैं बनी-बनी, रा-) 
ਰਾਤ-ਬੇਰਾਤੀ ਕੰਧਾ ਕੋਠੇ ਟੱਪ-ਟੱਪ ਕੇ ਜਾਣਾ 
ਹੋ, ਰਾਤ-ਬੇਰਾਤੀ ਕੰਧਾ ਕੋਠੇ ਟੱਪ-ਟੱਪ ਕੇ ਜਾਣਾ 
ਤੂੰ ਸੌਖਾ ਸਮਝੇ ਲੱਗੀਆਂ ਤੋੜ ਨਿਭਾਣਾ 
ਤੂੰ ਸੌਖਾ ਸਮਝੇ ਲੱਗੀਆਂ ਤੋੜ ਨਿਭਾਣਾ 
हो, आशिक़ दिल की टशन पुरानी 
कहते ज्ञानी, "इश्क़ सियापा, आग जवानी 
चली गई तो फिर नहीं आनी कुड़ी बेगानी 
रहने दे, जीना सीधा-साधा" 
मैं बनी तेरी राधा 
मैंने सखियों से अखियों में रखना है तुझको, पिया, थोड़ा ज़्यादा-ज़्यादा 
मैं बनी तेरी राधा 
तूने सपनों-तड़पनों में रखना है मुझको, पिया, थोड़ा ज़्यादा-ज़्यादा 
मैं बनी तेरी राधा 
ऊँचे चौबारे में जाने कैसे जून में भी कोहरा पड़े, ओ पड़े 
हो, ढीली चारपाई पे युद्ध पानीपत का लड़े 
कह गए ज्ञानी, "इश्क़ सियापा, आग जवानी 
करिए ना झूठा कोई वादा" 
मैं बनी तेरी राधा 
(राधा मैं बनी-बनी, रा-) 
  मैं बनी तेरी राधा 
मैंने सखियों से अखियों में रखना है तुझको, पिया, थोड़ा ज़्यादा-ज़्यादा 
मैं बनी तेरी राधा 
तूने सपनों-तड़पनों में रखना है मुझको, पिया, थोड़ा ज़्यादा-ज़्यादा 
मैं बनी तेरी राधा 
अरे, मन की जो बातें ना बोली थी औरों से 
बोली हैं सारी वो तुमसे है, तुमसे ही, तुमसे 
अरे, अब मैंने क्या लेना औरों से 
प्यारी है मुझको तो यारी जो तुझसे है, तुमसे, हाँ तुमसे 
चल झूठी, तू झूठी है झूठी 
ਤੇਰੀ ਯਾਦ ਆਣੀ ਨਾ ਰੇ ਮੈਨੂੰ 
ਤੇਰੇ ਬਾਦ ਭੂਲੂੰਗਾ ਮੈਂ ਤੈਨੂੰ 
अरे, मुरली में तेरी है जाने क्या जादू 
सता ना, लो हारी मैं तुमसे, हाँ, तुमसे ही, तुमसे 
ये कैसी खींचातानी है रे? 
इश्क़ सियापा, आग जवानी 
मुश्किल है ये आग बुझानी 
जलना पड़ेगा आधा-आधा 
मैं बनी तेरी राधा 
मैंने सखियों से अखियों में रखना है तुझको, पिया, थोड़ा ज़्यादा-ज़्यादा 
मैं बनी तेरी राधा (तू बनी मेरी राधा) 
मैं बनी तेरी राधा (राधा, राधा, राधा) 
मैं बनी तेरी राधा 
थोड़ा ठहर पल भर, बात मुक़म्मल हों 
आठों पहर दिलबर साथ मुक़म्मल हों 
हम-तुम मिलें तो (हर बरसात मुक़म्मल हों) 
मिल के चलें तो (फिर उत्पात मुक़म्मल हों) 
थोड़ा ठहर (पल भर बात मुक़म्मल हों) 
हो, आठों पहर (दिलबर साथ मुक़म्मल हों) 
हम-तुम मिलें तो (हर बरसात मुक़म्मल हों) 
मिल के चलें तो (फिर उत्पात मुक़म्मल हों) 
आप से बाहर आजा निकल कर 
तोड़े से टूटेगी मर्यादा 
मैं बनी तेरी राधा (तू बनी मेरी राधा) 
मैं बनी तेरी राधा