shan se jo toote koi sapna
jag soona soona lage (2)
koi rahe na jab apna
जग सुना सुना लागे
जग सुना सुना है तो
ये क्यूँ होता है
जब ये दिल रोता है
रोए सिसक सिसक
के हवायें
जग सुना लागे
छन से जो टूटे कोई सपना
जग सुना सुना लागे
जग सुना सुना लागे
कोई रहे ना जब अपना
जग सुना सुना लागे
जग सुना सुना लागे रे
सुना लागे रे..
रूठी रूठी सारी रातें
फीके फीके सारे दिन
वीरानी सी वीरानी है
तन्हाई सी तन्हाई है
और एक हम हैं प्यार के बिन
हर पल छिन..
छन से जो टूटे कोई सपना
जग सुना सुना लागे
जग सुना सुना लागे
कोई रहे ना जब अपना
जग सुना सुना लागे
जग सुना सुना लागे..
पत्थरों कि इस नगरी में
पत्थर चेहरे पत्थर दिल
फिरता है मारा मारा
क्यूँ राहों में तू आवारा
यहाँ ना होगा कुछ हासिल
मेरे दिल..
छन से जो टूटे कोई सपना
जग सुना सुना लागे
जग सुना सुना लागे
कोई रहे ना जब अपना
जग सुना सुना लागे
जग सुना सुना लागे
है तो ये क्यूँ होता है
जब ये दिल रोता है
रोए सिसक सिसक के हवायें
जग सुना लागे