बचपन के दिन भुला न देना
बचपन के दिन भुला न देना – 2
आज हँसे कल रुला न देना – 2
बचपन के दिन भुला न देना
लम्बे हैं जीवन के रस्ते
आवो चलें हम गाते-हँसते
लम्बे हैं जीवन के रस्ते
आवो चलें हम गाते-हँसते
गाते-हँसते
आऽ……
दूर देश एक महल बनायें
प्यार का जिसमें दीप जलायेँ
दूर देश एक महल बनायें
प्यार का जिसमें दीप जलायेँ
दीप जलायें
दीप जलाकर बुझा न देना
आज हँसे कल रुला न देना
बचपन के दिन भुला न देना
रुत बदले या जीवन बीते
दिल के तराने हों न पुराने
रुत बदले या जीवन बीते
दिल के तराने हों न पुराने
:हाऽ हाऽ हाऽ हाहा हाहा हाहा हाऽ हाऽ हाऽ
नैनों में बन कर सपन सुहाने
आयेंगे एक दिन यही ज़माने
हाऽ हाऽ………
नैनों में बन कर सपन सुहाने
आयेंगे एक दिन यही ज़माने
यही ज़माने
याद हमारी मिटा न देना
आज हँसे कल रुला न देना
बचपन के दिन भुला न देना