ओ मैं ढूँढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
मैं ढूँढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
पता चला के गलत लेके मैं पता निकला
पता चला के गलत लेके मैं पता निकला
मैं ढूँढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
मैं ढूँढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
जिसके आने से मुकम्मल हो गयी थी ज़िंदगी
दस्तकें ख़ुशियों ने दी थी, मिट गई थी हर कमी
क्यूँ बेवजह दी ये सज़ा? क्यूँ ख़्वाब दे के वो ले गया?
जियें जो हम लगे सितम, ऐज़ाब ऐसे वो दे गया
मैं ढूँढ़ने को उसके दिल में जो खुदा निकला
मैं ढूँढ़ने को उसके दिल में जो खुदा निकला
पता चला के गलत लेके मैं पता निकला
पता चला के गलत लेके मैं पता निकला
मैं ढूँढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला
मैं ढूँढ़ने को ज़माने में जब वफ़ा निकला