हमें तो लूट लिया मिलके
इश्क़ वालों ने
बोहत ही तंग किया अब तक
इन ख्यालों ने
नशा चढ़ा जो शरीफी का
उतार फेंका हैं
बेशरम रंग कहा देखा
दुनिया वालों ने
हमें तो लूट लिया मिलके
इश्क़ वालों ने
बोहत ही तंग किया अब तक
इन ख्यालों ने
नशा चढ़ा जो शरीफी का
उतार फेंका हैं
बेशरम रंग कहाँ देखा
दुनिया वालों ने
मुझमें नयी बात है
मेरी आदतों के साथ है
मुझमें नयी बात है
मेरी आदतों के साथ है
है जो सही वो करना नहीं
गलत होने की
एहि तो शुरुवात हैं
नशा चढ़ा जो शरीफी का
उतार फेंका हैं
बेशरम रंग कहा देखा
दुनिया वालों ने
हमें तो लूट लिया मिलके
इश्क़ वालों ने
बोहत ही तंग किया अब तक
इन ख्यालों ने
इश्क़ वालों ने
हमें तो लूट लिया मिलके इश्क़ वालों ने