आँखों को दूर से ही उसने छुआ है रे
महसूस हमको भी ये जब से हुआ है रे
क़ुर्बान उस पे अपना हर पल हुआ है रे
वो ही है वजह, वो ही है जगह, वो ही जादू
कि मेरे दिल ने कहा मुझसे, "फिसल जा तू"
कि मेरे दिल ने कहा मुझसे, "फिसल जा तू"
कि मेरी जाँ ने कहा मुझसे, "निकल जा तू"
कि मेरे दिल ने कहा मुझसे, "फिसल जा तू"
हो, अब क्या सही, ना जानूँ, ना ग़लत जानूँ रे
वो तो बढ़ता ही जाए, हो जैसे चढ़ता बुखार
ओ-ओ, अपना-पराया अब तो मैं ना पहचानूँ रे
ये है ऐसी बहार जो कर दे रे बेड़ा पार
गहराइयों में जैसे जाने लगा है वो
नज़दीकियों में वैसे आने लगा है वो
छूने की देरी है जी, हम भी तैयार हैं
वो बहाना, वो ठिकाना, वो ही हरसू
मेरे दिल ने कहा मुझसे, "फिसल जा तू"
मेरे दिल ने कहा मुझसे, "फिसल जा तू"
कि मेरी जाँ ने कहा मुझसे, "निकल जा तू"
कि मेरे दिल ने कहा मुझसे, "फिसल जा तू"
मेरे दिल ने कहा मुझसे, "फिसल जा तू"
मेरी जाँ ने कहा मुझसे, "निकल जा तू"
फिसल जा तू