क़रीब आओ के दूरी
सही जाए नहीं अब और
क़रीब आओ के दूरी
सही जाए नहीं अब और
प्यास यूँ दिल में जगाकर
दूर जाओ नहीं अब और
क़रीब आओ के दूरी
सही जाए नहीं अब और
यह जानते ही नहीं हूँके
हुंसे रूठे हो क्यूँ
बदल ना जाए कहीं
मौसम राहें बादलो ना यूँ
यह जानते ही नहीं हूँके
हुंसे रूठे हो क्यूँ
बदल ना जाए कहीं
मौसम राहें बदलाओ ना यूँ
यूँ ही चाहूँगा हमेशा
तुम्हे तुम्हारी कसम
क़रीब आओ के दूरी
सही जाए नहीं अब और
प्यास यूँ दिल में जगाकर
दूर जाओ नहीं अब और
क़रीब आओ के दूरी
सही जाए नहीं अब और
मेरे होंतों पे तेरा
नाम है सदा के लिए
मेरी आँखों में
इंतेज़ार है तुम्हारे लिए
मेरे होंतों पे तेरा
नाम है सदा के लिए
मेरी आँखों में
इंतेज़ार है तुम्हारे लिए
बसा लिया है तुम्हे दिल में
धड़कानों की तरहा
क़रीब आओ के दूरी
सही जाए नहीं अब और
प्यास यूँ दिल में जगाकर
दूर जाओ नहीं अब और
क़रीब आओ के दूरी
सही जाए नहीं अब और