क्या होने लगा जबसे तुम्हें देखा है
आ देख ज़रा, जीना मेरा कैसा है
चाहे दिन या रात दूर तुम से जाना नहीं
चैन की तलाश चैन तो आया नहीं
क्या होने लगा, जब से तुम्हें देखा है
आ देख ज़रा, जीना मेरा कैसा है
दिन ढलते चले जाएँगे, जब शामें खिलें
दिन ढलते चले जाएँगे, जब शामें खिलें
फूल खिलते चले जाएँगे, जब हम तुम मिले
क्या होने लगा, जब से तुम्हें देखा है
आ देख ज़रा, जीना मेरा कैसा है