मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू
आई रुत मस्तानी कब आएगी तू
बीती जाए जिंदगानी कब आएगी तू
चली आ, तू चली आ
प्यार की गलियाँ, बागों की कलियाँ
सब रंग रलियाँ पूछ रही हैं
गीत पनघट पे किस दिन गाएगी तू
मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू...
फूल सी खिलके, पास आ दिल के
दूर से मिलके चैन न आये
और कब तक मुझे तड़पाएगी तू
मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू...
क्या है भरोसा आशिक दिल का
और किसी पे ये आ जाए
आ गया तो बहुत पछताएगी तू
मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू...