कवने बदरा से कजरा चोरईलू
कवने फूलवा से खुशबू मंगईल
कवने बदरा से कजरा चोरईलु
कवने फूलवा से खुशबू मंगईलु ऐ धनी
की ऐ हो धनी जिया छछनावेला छागल कोन बदरा से कजरा चौरौली
कोन फुलवा से खुसबू मंग्येलू
जब से दिल में बना लेले बाड़ू तू घर
हर जगह अब त आवेलु तू ही नजर
नैना चितचोर अईसन असर कर गईल
तब से आवारा दिल ई दीवाना भईल
बोली लागेला जईसे सुगनिया
चाल में लागे फिरके हिरनिया ऐ धनी
की लाली लाली बिंदिया तs निंदिया ले भागल
नथुनिया,पागल कईले बा
की ऐ हो धनी जिया छछनावेला छागल
नथुनिया पागल कईलेबाकरधनी जब कमर में झमक जाला हो
होके बेकाबू मन ई सनक जाला ह
हर अदा हर कला से सहेजल हउ
हमरा ला रानी धरती पे भेजल हउ
ई इमारत के भगवान गढ़ले
कवनो कमी कसर नाही छोड़ले ऐ धनी
का जानी केतना मेटेरियल बा लागल
नथुनिया, पागल कईले बा
की ऐ हो धनी जिया छछनावेला छागल
नथुनिया पागल कईले बा