menu-iconlogo
huatong
huatong
avatar

Hamare Sath Shree Raghunath

Lovenish Khatrihuatong
snap38huatong
Şarkı Sözleri
Kayıtlar
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंन्ता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंन्ता

शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंन्ता

शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंन्ता

किया करते हो तुम दिन रात क्यूँ बिन बात की चिंन्ता

किया करते हो तुम दिन रात क्यूँ बिन बात की चिंन्ता

तेरे स्वामी तेरे स्वामी

तेरे स्वामी को रेहती है तेरी हर बात की चिंन्ता

तेरे स्वामी को रेहती है तेरी हर बात की चिंन्ता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंन्ता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंन्ता

न खाने की न पीने की न मरने की न जीने की

न खाने की न पीने की न मरने की न जीने की

न खाने की न पीने की न मरने की न जीने की

न खाने की न पीने की न मरने की न जीने की

रहे हर स्वाश रहे हर स्वाश

रहे हर स्वाश में भगवान के प्रिय राम की चिंन्ता

रहे हर स्वाश में भगवान के प्रिय राम की चिंन्ता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंन्ता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंन्ता

विभीषण को अभय वर दे किया लंकेश पल भर में

विभीषण को अभय वर दे किया लंकेश पल भर में

विभीषण को अभय वर दे किया लंकेश पल भर में

विभीषण को अभय वर दे किया लंकेश पल भर में

उन्ही का हाँ

उन्ही का कर रहे गुणगान तो किस बात की चिंन्ता

उन्ही का कर रहे गुणगान तो किस बात की चिंन्ता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंन्ता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंन्ता

हुयी इस भक्त पर कृपा बनाया दास प्रभु अपना

हुयी इस भक्त पर कृपा बनाया दास प्रभु अपना

हुयी इस भक्त पर कृपा बनाया दास प्रभु अपना

हुयी इस भक्त पर कृपा बनाया दास प्रभु अपना

उन्ही के हाथ उन्ही के हाथ

उन्ही के हाथ में अब हाथ तो किस बात की चिंन्ता

उन्ही के हाथ में अब हाथ तो किस बात की चिंन्ता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंन्ता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंन्ता

शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंन्ता

शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंन्ता

किया करते हो तुम दिन रात क्यूँ बिन बात की चिंन्ता

किया करते हो तुम दिन रात क्यूँ बिन बात की चिंन्ता

तेरे स्वामी तेरे स्वामी

तेरे स्वामी को रेहती है तेरी हर बात की चिंन्ता

तेरे स्वामी को रेहती है तेरी हर बात की चिंन्ता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंन्ता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंन्ता

Lovenish Khatri'dan Daha Fazlası

Tümünü Görlogo

Beğenebilirsin