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Prem Mein Tohre By Rishabh Kant

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Şarkı Sözleri
Kayıtlar
प्रेम में तोहरे ऐसी पड़ी मैं

पुराना ज़माना नया हो गया

ये क्या हो गया हाँ

कब साँस थामी

कब साँस छोडी

हर दर्द मेरा बयान हो गया

ये क्या हो गया

प्रेम में तोहरे

हा हू हू हू

ला ला ला ला

हू हू हू हू हे हे हा हा हा

आँखो से छलके शाम ए अवध की

सुबह है होंटो पे बनारस वाली

हो आँखो से छलके शाम ए अवध की

सुबह है होंटो पे बनारस वाली

बालों से बरसे झेलम का पानी

घाट से घाट मैं ऐसी फिरी रे

मुझसे ठिकाना मेरा खो गया

यह क्या हो गया

प्रेम में तोहरे ऐसी पड़ी मैं

पुराना ज़माना नया हो गया

ये क्या हो गया हाँ

प्रेम में तोहरे

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