जाने तू दिल में क्या मेरे
जानु मैं दिल में क्या तेरे
फिर भी हैं बातें कई
अब तक ना हमने कही
अश्को में बह जाये ना
मेरा दिल ये डरता है क्यूं
इश्क़ करू करता रहु
मर के भी तेरा रहु
तेरी यादे लेके चला
कहे दिल का ये रास्ता
लौट कर जो मैं ना आया
देना मुझको भुला
तू जो दूर है
बेसांस हु बेजान हु
तेरी जो रिज़ा है
कैसे बता मान लू
इश्क़ करू करती रहु
मरते भी तेरी रहूं
तेरे साथ मेरी दुआ
रहे यार जैसे हवा
मैने सारी मन्नतो में
नाम तेरा लिखा
रब जो दे इजाजत
रब का लिखा मैं मोड़ दू
तुझसे किस्मतो के
तारे सब जोड़ दू
इश्क़ करू करती रहु
मर के भी तेरी रहु