menu-iconlogo
logo

Ishq

logo
بول
मैं आ लिखूँ तू आ जाए

मैं बैठ लिखूँ तू आ बैठे

मेरे शाने पर सर रखे तू

मैं नींद कहूँ तू सो जाए

मैं आ लिखूँ तू आ जाए

मैं बैठ लिखूँ तू आ बैठे

मेरे शाने पर सर रखे तू

मैं नींद कहूँ तू सो जाए

चल आ एक ऐसी नज़्म कहूँ

जो लफ़्ज़ कहूँ वो हो जाए

मैं दिल लिखूँ तू दिल थामे

मैं गुम लिखूँ वो खो जाए

मैं आह भरूँ तू हाय करे

बेचैन लिखूँ बेचैन हो तू

फिर बेचैनी का बे काटूँ

तुझे चैन ज़रा सा हो जाए

अभी ऐंन लिखूँ तो सोचे मुझे

फिर शीन लिखूँ तेरी नींद उड़े

जब क़ाफ लिखूँ तुझे कुछ-कुछ हो

मैं इश्क़ लिखूँ तुझे हो जाए

Hmm hmm

आज़ू रोज़ू साने दिलबर म्याने दिलबर म्याने

बोज़ू नुंदबाने दिलबर म्याने दिलबर म्याने

आज़ू रोज़ू साने दिलबर म्याने दिलबर म्याने

बोज़ू नुंदबाने दिलबर म्याने दिलबर म्याने

Hmm hmm

Ishq بذریعہ Faheem Abdullah/Rauhan Malik - بول اور کور