ओठ के लाली बह जाता हो, मेकअप कुलिह बह जाता हो, ओठ के लाली बह जाता हो, मेकअप कुलिह बह जाता हो.. तर तर चुवा ता पसीना खोजे बेना , कबले गर्मी से जरत रही .. जरत रही … अरे जरत रही …. कूलर कुर्ती में लगा ल.. लगा ल .. कूलर कुर्ती में लगा ल, की कुलिंग करत रही … कूलर कुर्ती में लगा ल, की कुलिंग करत रही …
उखी बिखी भईल बा मनवा, बहे ना कवनो हवा , जरेला ऐसे देहिया , जैसे जरे चुल्ही पे तावा .. ऐ हो.. चला चला रानी तू बगिएचा चला , हवा ताजा ताजा मिली , पूर्वी बयरिया झुरू झुरू बही , पिपरा के पतवा हिली … होखे चुनचुनी बड़ा चोलिया के भीतरी, केतना पाउडर दरत रहीं .. दरत रहीं …. अरे दरत रहीं ….. कूलर कुर्ती में लगा ल.. लगा ल .. कूलर कुर्ती में लगा ल, की कुलिंग करत रही … कूलर कुर्ती में लगा ल, की कुलिंग करत रही …
एक ता जुल्मी गर्मी बावे , ऊपर से जला ता लाइट , बढ़नी मार मुवना दरजिया , सियाले बा कुर्ती टाइट .. ऐ हो .. आव आव धनिया हम …. मठा तोहरा के पिलाई दिही , हो जयेबू कूल नियारा आव गमछा से हिलाई दिही .. कबले ई देह जरी , जले मरकरी हई , कपरा के उपर हई बरत रही .. बरत रही … अरे बरत रही …. कूलर कुर्ती में लगा ल.. लगा ल .. कूलर कुर्ती में लगा ल, की कुलिंग करत रही … कूलर कुर्ती में लगा ल, की कुलिंग करत रही