menu-iconlogo
logo

Mohabbat Mein Kabhi Aishi

logo
بول
मोहब्बत में कभी ऐसी हालत पाई जाती है

मोहब्बत में कभी ऐसी हालत पाई जाती है

तबीयत और घबराती है जब पहलाई जाती है

तबीयत और घबराती है जब पहलाई जाती है

झिझक कर गुफ्त गु करना है अपना राज़ कह देना आआआआ

झिझक कर गुफ्त गु करना है अपना राज़ कह देना

किसी नाज़ुक से पर्दे मे

किसी नाज़ुक से पर्दे मे तमन्ना पाई जाती है

किसी नाज़ुक से पर्दे मे तमन्ना पाई जाती है

मोहब्बत मे कभी ऐसी भी हालत पाई जाती है

मोहब्बत दिल मे छुप सकती है आँखो मे नही छुपती आआआआ

मोहब्बत दिल मे छुप सकती है आँखो मे नही छुपती

जबा खामोश है लेकिन

जबा खामोश है लेकिन नज़र शर्मा ही जाती है

जबा खामोश है लेकिन नज़र शर्मा ही जाती है

मोहब्बत मे कभी ऐसी भी हालत पाई जाती है

तबीयत और घबराती है जब पहलाई जाती है

Mohabbat Mein Kabhi Aishi بذریعہ K.L.Saigal - بول اور کور