रिमझिम गिरे सावन
सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम मे
लगी कैसी ये अगन
रिमझिम गिरे सावन
सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम मे
लगी कैसी ये अगन
रिमझिम गिरे सावन
जब घुंघरुओं सी बजती हैं बूंदे
अरमाँ हमारे पलके न मूंदे
जब घुंघरुओं सी बजती हैं बूंदे
अरमाँ हमारे पलके न मूंदे
कैसे देखे सपने नयन
सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम मे
लगी कैसी ये अगन
रिमझिम गिरे सावन
मेहफिल मे कैसे केह दें किसी से
दिल बंध रहा है किस अजनबी से
मेहफिल मे कैसे केह दें किसी से
दिल बंध रहा है किस अजनबी से
हाय करें अब क्या जतन
सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में
लगी कैसी ये अगन
रिमझिम गिरे सावन
सुलग सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम मे
लगी कैसी ये अगन
रिमझिम गिरे सावन
आ आ आ आ आ