दिल लगा कर हम ये समझे
ज़िन्दगी क्या चीज़ है
दिल लगा कर हम ये समझे
ज़िन्दगी क्या चीज़ है
इश्क़ कहतें हैं किसे
और आशिक़ी, क्या चीज़ है
दिल लगा कर, हम ये समझे
हाये ये रुख़सार के
शोले ये बाहें मरमरी
हाये ये, रुख़सार के
शोले ये बाहें मरमरी
आपसे मिलकर ये दो बातें
समझ में आ गयीं
धूप किसका नाम है
और चाँदनी, क्या चीज़ है
दिल लगा कर, हम ये समझे
आपकी, शोख़ी ने क्या क्या
रूप दिखलाये हमें
आपकी, शोख़ी ने क्या क्या
रूप दिखलाये हमें
आपकी, आँखों ने क्या क्या
जाम पिलवाये हमें
होश खो बैठे तो जाना
बे ख़ुदी, क्या चीज़ है
दिल लगा कर, हम ये समझे
आपकी राहों में जब से
हमने रखा है क़दम
आपकी, राहों में जब से
हमने रखा है क़दम
हमको ये महसूस होता है
कि हैं मंज़िल पे हम
कोई क्या जाने मुहब्बत की ख़ुशी
क्या चीज़ है
दिल लगा कर, हम ये समझे
ज़िन्दगी क्या चीज़ है
दिल लगा कर, हम ये समझे