menu-iconlogo
huatong
huatong
avatar

Bhartiya Rail

MassQline/Jatinhuatong
pacas37huatong
بول
ریکارڈنگز
कृपया ध्यान दीजिये

कृपया ध्यान दीजिये

कृपया ध्यान कृपया कृपया ध्यान

कृपया ध्यान दीजिये

भागता भागता ट्रैन पे जैसे तैसे चढ़ा

देखा ना डब्बा लगता गलत डब्बे में खड़ा

ये कौनसी दुनिया क्या भारतीय रेल है ये

फर्स्ट ऐसी रईसों की रेल है ये

बैठा फैल के वहां कोई तब तक आया ना था

बैठा रहा फिर जब तक टीटी ने भगाया ना था

फिर सेकंड ऐसी के डब्बे में से जा रहा था

पर्दों के पीछे लोग उनमें मैं मुस्का रहा था

टूटी फूटी अंग्रेज़ी में डांटे माँ बच्चे को

हो के फिर शॉक बच्चा पूछे माँ तुम ठीक हो

टॉयलेट के बाहर लौंडा मार रहा सुट्टा था

सुट्टे पे यारी अफ़साने उसके सुन रहा था

महाराजा एक्सप्रेस या तीर्थ दर्शन

रेल में चढ़ा करने मैं भारत का दर्शन

साथ में विपरीत ऐसी हमारी एकता

विविधताओं से भरा भारत विश्व देखता

दिल से हम एक पर अलग अलग प्रकार हम सब

जीता ये देश इसको देते है आकार हम सब

सव्वा अरब दिलों की धड़कनो की ताल हम सब

नानक राम ईश्वर अल्लाह की आवाज़ हम सब

रेल नहीं हम हिन्दुस्तान है पूरा

रेल नहीं हम हिन्दुस्तान है

रेल नहीं हम हिन्दुस्तान है पूरा

रेल नहीं हम हिन्दुस्तान है

ऐसी की हवा खाता खाता पहुंचा स्लीपर में

खुशबू खाने के डब्बों की एहसास घर का स्लीपर में

खेले ताशें मारे गप्पें सुनाई अपने दिल कहानी

बोले बुढ़े मोबीलों में गुम जनता नेटफ्लिक्स वाली

बच्चा वो लाल चैन को खींचना दिल से चाहे

पर बाप के थप्पड़ों की यादें उसका दिल दहलाए

कोई बंदा जय माता दी जयकारे लगा रहा था

कोई पेप्सी की बोतल में व्हिस्की मिला रहा था

कोई दूजे शहर बेटी का रिश्ता बना के आया

कोई हरिद्वार में रिश्ता एक बहा के आया

बातें दिलों की तुमको मैं यहां सुनाने आया

कश्मीर से कन्याकुमारी को गाने में लाया

तेजस्वी तेजस सा तेज़ मेरे देश में

फसे क्यूँ आज भी जात पात की रेस में

क्यूँ बटे लकीरों से बने जब एक मिटटी से

मिटा दे अब लकीरें आओ देश को सन्देश दे

दिल से हम एक पर अलग अलग प्रकार हम सब

जीता ये देश इसको देते है आकार हम सब

सव्वा अरब दिलों की धड़कनो की ताल हम सब

नानक राम ईश्वर अल्लाह की आवाज़ हम सब

रेल नहीं हम हिन्दुस्तान है पूरा

रेल नहीं हम हिन्दुस्तान है

रेल नहीं हम हिन्दुस्तान है पूरा

रेल नहीं हम हिन्दुस्तान है

ट्रैन से उतरा देखा जनरल डब्बा और भी है

अंदर से जुड़ा ना अलग उसका माहौल ही है

उतर के जाना पड़ता देश के उस हिस्से में

सच्चा संघर्ष वहां बातें ये मखौल नहीं है

उस हिस्से ने देश के चखा ना आज़ादी को

मर मर के जीते जीते झेला है बर्बादी को

मेहनत कशों के पसीने से सींचा देश भारत

उनको ही छोड़ पीछे चल पड़ा है देश भारत

एक हिप हॉप के ज़रिए होना होगा आज हमें

खुद को बनाना होगा आगे आना आज हमें

सियासतों के भरोसे ना हम खुद्दार है

लोहा है गरम अब लाना हमें सुधार है

एक हिप हॉप के ज़रिए होना होगा आज हमें

खुद को बनाना होगा आगे आना आज हमें

सियासतों के भरोसे ना हम खुद्दार है

लोहा है गरम अब लाना हमें सुधार है

एक हिप हॉप के ज़रिए होना होगा आज हमें

एक हिप हॉप के ज़रिए होना होगा आज हमें

दिल से हम एक पर अलग अलग प्रकार हम सब

सव्वा अरब दिलों की धड़कनो की ताल हम सब

MassQline/Jatin کے مزید گانے

تمام دیکھیںlogo

یہ بھی پسند آسکتا ہے