बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है मेरा महबूब आया है बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है मेरा महबूब आया है हवाओं रागिनी गाओ मेरा महबूब आया है मेरा महबूब आया है ओ लाली फूल की मेंहँदी लगा इन गोरे हाथों में उतर आ ऐ घटा काजल लगा इन प्यारी आँखों में सितारों माँग भर जाओ मेरा महबूब आया है मेरा महबूब आया है बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है मेरा महबूब आया है नज़ारों हर तरफ़ अब तान दो इक नूर की चादर बड़ा शर्मीला दिलबर है चला जाये न शरमा कर ज़रा तुम दिल को बहलाओ मेरा महबूब आया है मेरा महबूब आया है बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है मेरा महबूब आया है सजाई है जवाँ कलियों ने अब ये सेज उल्फ़त की इन्हें मालूम था आएगी इक दिन रुत मुहब्बत की फ़िज़ाओं रंग बिखराओ मेरा महबूब आया है मेरा महबूब आया है बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है मेरा महबूब आया है
Baharo Phool Barsao بذریعہ Mohammed Rafi/Hasrat Jaipuri - بول اور کور