गुस्ताख़ी माफ़, गुस्ताख़ी माफ़
गुस्ताख़ी माफ़, गुस्ताख़ी माफ़
चेहरे पे गिरी ज़ुल्फ़ें कह दो तो हटा दूँ मैं
गुस्ताख़ी माफ़, गुस्ताख़ी माफ़
एक फूल तेरे जूड़े में कह दो लगा दूँ मैं
गुस्ताख़ी माफ़, गुस्ताख़ी माफ़
एक आग लगी है मेरे ज़ख्म-ए-जिगर में
ये कैसा करि श्मा है तेरी शोख नज़र में
एक आग लगी है मेरे ज़ख्म-ए-जिगर में
ये कैसा करि श्मा है तेरी शोख नज़र में
जो बात रुकी लब पर कह दो तो बता दूँ मैं
गुस्ताख़ी माफ़, गुस्ताख़ी माफ़
गुस्ताख़ी माफ़, गुस्ताख़ी माफ़
सरकार हुआ प्यार ख़ता हमसे हुई है
अब दिल में तुम्हीं तुम हो ये जां भी तेरी है
सरकार हुआ प्यार ख़ता हमसे हुई है
अब दिल में तुम्हीं तुम हो ये जां भी तेरी है
अब चीर के इस दिल को कह दो तो दिखा दूँ मैं
गुस्ताख़ी माफ़, गुस्ताख़ी माफ़