आधी रोटी जब खाऊँ
जब डेढ़ करेला होये
सेज पे सोवन तब जाऊँ
जब मन का छैला होए
मारी यार ने नजरिया
छल्ला छाप री चुनरिया
मारी यार ने नजरिया
छला छाप री चुनरिया
सरके हाय, सरकती जाए, सरकती जाए
सरके हाय, सरकती जाए, सरकती जाए
(छला छाप री चुनरिया)
तोहे बीच बाजार दिया जिया ये उधार
सैंया हो हो हो… सैंया हो …
करे जिद बेकार, थामे जमुना के पार
बईया हो हो हो… बईया हो …
आधी पानी थोड़ी मै
तेरे इश्क़ मे हो गई पूरी मै
तू चिलम का धुंआ धुंआ
उसपे भांग धतूरी मै
हाय हाय हाय हाय
किया है हवाले मैने जिया ये सलोना
मुझ पे किया है क्या जादू टोना
कच्ची क्यारी सी उमरिया
तेरे आये तरसे गुजरिया
महकी जाय, महकती जाय, महकती जाय
महकी जाय, महकती जाय, मेकती जाय
आधी रोटी जब खाऊँ
जब डेढ़ करेला होय
सेज पे सोवन तब जाऊँ
जब मन का छैला होए
मारी यार ने नजरिया
छल्ला छाप री चुनरिया
मारी यार ने नजरिया
छला छाप री चुनरिया
सरके हाय, सरकती जाए, सरकती जाए
सरके हाय, सरकती जाए, सरकती जाए
छल्ला छाप री चुनरिया
सरके हाय, सरकती जाए