ओ ओ ओ ओ ओ
हा आ हा आ हा आ
क्या हसीन समा था वो तब की बात है
ये मुझे लगा कि ये मेरा ही ख्वाब है
तूने मेरे हाथों को जो छुआ था
बातें तेरी तूने की थी बयां
मैं आँखों में तेरी डूबा हुआ था
सारी फिकर मेरी थी तब धुआं
मैं बावरा सा होने लगा हूँ
तू मेरा हिस्सा जो हो गया
ना होश अब तो चाहूं ज़रा भी
तेरे नशे में मैं जो खो गया
हा आ हा आ हा आ
हा आ हा आ हा आ
खामोश होठों से उलझी सी आँखों से
लो मैं बताने लगी
बोले बिना कुछ भी ये इश्क़ तुमसे ही
हाँ मैं जताने लगी
उलझी रहूं ख्वाबों में यूं ही
दिन न ढले काश ये अब कभी
आँखें मेरी न जुदा हो रही
तेरी नज़र से ये ऐसे जुड़ी
मिल ही गए हम-तुम जैसे किनारे
तेरे बिना न अब आराम है
ये उम्र है बाकी तेरे सहारे
तू आख़िरी लगता अंजाम है
मैं बावरी सी होने लगी हूँ
मैं तेरा हिस्सा जो हो गई
ना होश अब तो चाहूं ज़रा भी
तेरे नशे में मैं जो खो गई
मैं बावरा सा होने लगा हूँ
तू मेरा हिस्सा जो हो गया
ना होश अब तो चाहूं ज़रा भी
तेरे नशे में मैं जो खो गया
हा आ हा आ हा आ
हा आ हा आ हा आ