तुम मेरे बाद, 
तुम मेरे बाद 
तुम मेरे बाद मोहब्बत को 
तरस जाओगी 
तुम मेरे बाद मोहब्बत को 
तरस जाओगी 
तुम मेरे बाद मोहब्बत को तरस जाओगी 
तुम मेरे बाद मोहब्बत को तरस जाओगी 
अज़नबी शहर है 
अज़नबी शहर है चाहत को 
तरस जाओगी 
तुम मेरे बाद मोहब्बत को 
तरस जाओगी 
मेरे आँखों में आँशु 
देके मुस्कुराती है 
नाही तो दिल में रहती 
नाही दूर जाती है 
(((इस उजड़े चमन में 
फूल खिलायेगा कौन 
मेरे बाद तुम्हे इतना 
याद आएगा कौन 
अरे पगली 
आज हम है 
तभी तो सताती हो 
आज हम है 
तभी तो सताती हो 
मेरे जाने के बाद 
तुम्हे इतना सतायेगा कौन)))) 
मेरे आँखों में आँशु 
देके मुस्कुराती है 
नाही तो दिल में रहती 
नाही दूर जाती है 
इससे बेहतर 
इससे बेहतर ना आशियाना 
कही पाओगी 
तुम मेरे बाद मोहब्बत को 
तरस जाओगी 
मैंने दिल तुझको दिया 
ये खता मेरा है 
मुझको तो तुझसे इश्क़ 
करने की बीमारी है 
((दिल लगाकर 
दिल दूखाया नही करते 
हँसते हुए चेहरे को 
रुलाया नही करते 
अरे जब दर्द दूर नही कर सकती 
तो दर्द देती ही क्यों हो। 
अपने चाहने वाले को 
इस कदर सताया नही करते)))) 
मैंने दिल तुझको दिया 
ये खता मेरा है 
मुझको तो तुझसे इश्क़ 
करने की बीमारी हैं 
यार तो पाओगी 
यार तो पाओगी प्यार 
कहाँ पाओगी 
तुम मेरे बाद मोहब्बत को 
तरस जाओगी 
अये मेरी हम सफ़र यू 
दिल को तुम दुखाओ ना 
दिल तो बच्चा है अभी 
इसको तुम रुलाओ ना 
((तू कही भी रहो 
सर पे तेरी इल्ज़ाम होगा 
तेरी होंठे के लकीरों पे 
मेरा ही नाम होगा 
अरे मुझको अपना बनाया ना बना 
मुझको 
अपना बनाया ना बना 
तू मेरा नाम से 
जरूर बदनाम होगी)) 
अये मेरे हमसफ़र यु 
दिल को तुम दुखाओ ना 
दिल तो बच्चा है अभी 
इसको तुम रुलाओ ना 
मेरा दिल टुटा तो 
मेरा दिल टुटा तो अनु 
संभल ना पाओगी 
तुम मेरे बाद मोहब्बत को 
तरस जाओगी