Lyricist : Rashmi Virag Composer : Darshan Raval दर्द की महफ़िल सजा के फिर से तन्हा हो गया रात दिन बस रो रहा है नाम लेके तेरा जिसको खुदा था बनाया सर जिसके आगे झुकाया उसने ही तोडा मेरा दिल और देके मुझको गया ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे जुदाईयाँ वे हो.. कर लूँ मैं कैसे यकीन तू मेरे पास है ही नहीं अभी तो कल ही आया था तू ख्वाबों में याद आती है जब तेरी सास रुक जाती है मेरी रोज मरती हूँ ऐसे मैं खुद में ही बस इतनी ही दुआ है मुझे इश्क़ में जो मिला है दुश्मन को भी ना मिले ऐसी सजा... ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे
Lyricist : Rashmi Virag Composer : Darshan Raval दर्द की महफ़िल सजा के फिर से तन्हा हो गया रात दिन बस रो रहा है नाम लेके तेरा जिसको खुदा था बनाया सर जिसके आगे झुकाया उसने ही तोडा मेरा दिल और देके मुझको गया ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे जुदाईयाँ वे हो.. कर लूँ मैं कैसे यकीन तू मेरे पास है ही नहीं अभी तो कल ही आया था तू ख्वाबों में याद आती है जब तेरी सास रुक जाती है मेरी रोज मरती हूँ ऐसे मैं खुद में ही बस इतनी ही दुआ है मुझे इश्क़ में जो मिला है दुश्मन को भी ना मिले ऐसी सजा... ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे
Lyricist : Rashmi Virag Composer : Darshan Raval दर्द की महफ़िल सजा के फिर से तन्हा हो गया रात दिन बस रो रहा है नाम लेके तेरा जिसको खुदा था बनाया सर जिसके आगे झुकाया उसने ही तोडा मेरा दिल और देके मुझको गया ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे जुदाईयाँ वे हो.. कर लूँ मैं कैसे यकीन तू मेरे पास है ही नहीं अभी तो कल ही आया था तू ख्वाबों में याद आती है जब तेरी सास रुक जाती है मेरी रोज मरती हूँ ऐसे मैं खुद में ही बस इतनी ही दुआ है मुझे इश्क़ में जो मिला है दुश्मन को भी ना मिले ऐसी सजा... ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे
Lyricist : Rashmi Virag Composer : Darshan Raval दर्द की महफ़िल सजा के फिर से तन्हा हो गया रात दिन बस रो रहा है नाम लेके तेरा जिसको खुदा था बनाया सर जिसके आगे झुकाया उसने ही तोडा मेरा दिल और देके मुझको गया ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे जुदाईयाँ वे हो.. कर लूँ मैं कैसे यकीन तू मेरे पास है ही नहीं अभी तो कल ही आया था तू ख्वाबों में याद आती है जब तेरी सास रुक जाती है मेरी रोज मरती हूँ ऐसे मैं खुद में ही बस इतनी ही दुआ है मुझे इश्क़ में जो मिला है दुश्मन को भी ना मिले ऐसी सजा... ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे ये जुदाईयाँ वे