आ...ज की रात
बड़ी शोख बड़ी
नटखट है.........
आज तो तेरे बिना
नींद नहीं आएगी
अब तो तेरे ही यहां आने का ये मौसम है
अब तबीयत ना ख्यालों से बहल पायेगी
(Singer: Mohammed Rafi)
देख वो छत पे
उतर आई है सावन की घटा
दे रही द्वार पे
आवाज खड़ी पुरवाई
बिजली रह रह के
पहाड़ों पे चमक उठती है
सुनी आंखों में कोई
ख्वाब ले जू अंगड़ाई
कैसे समझाऊं
कैसे समझाऊं के इस
वक़्त का मतलब क्या है.........
दिल की है बात
हो.....दिल की है बात ना होठों से कही
जाएगी
हू......हू......हू....हू........
आज की रात
(Music: Roshanlal Nagrath Roshan)
रात रानी की ये भीनी सी नशीली खुशबू
आ रही है के जो
छन छन के गनी डालो से
ऐसा लगता है
किसी भीत झकोरे से लिपट
खेल आई है तेरे
उलझे हुए बालों से
और बेजार........
और बेजार ना कर
मेरे तड़पते दिल को........
ऐसी रंगीन
हो.......ऐसी रंगीन गजल रात ना फिर
गाएगी
आज तो तेरे बिना नींद नहीं आएगी