तेरे ख़ुदा से माँगूँ मैं क्या मुझको दुआएँ आती नहीं तुझसे मोहब्बत कैसे करूँ मैं मुझको वफायें आती नहीं तेरे आँसू पीयूँ मैं, कभी तुझको हँसाऊँ तुझे दूर से देखूँ, कभी दिल में बसाऊँ तेरी खातिर जीयूँ मैं, कभी तुझपे लुटाऊँ ये जान मेरी जां है तू
तेरे ख़ुदा से माँगूँ मैं क्या मुझको दुआएँ आती नहीं तुझसे मोहब्बत कैसे करूँ मैं मुझको वफायें आती नहीं तेरे आँसू पीयूँ मैं, कभी तुझको हँसाऊँ तुझे दूर से देखूँ, कभी दिल में बसाऊँ तेरी खातिर जीयूँ मैं, कभी तुझपे लुटाऊँ ये जान मेरी जां है तू
तेरे ख़ुदा से माँगूँ मैं क्या मुझको दुआएँ आती नहीं तुझसे मोहब्बत कैसे करूँ मैं मुझको वफायें आती नहीं तेरे आँसू पीयूँ मैं, कभी तुझको हँसाऊँ तुझे दूर से देखूँ, कभी दिल में बसाऊँ तेरी खातिर जीयूँ मैं, कभी तुझपे लुटाऊँ ये जान मेरी जां है तू
तेरे ख़ुदा से माँगूँ मैं क्या मुझको दुआएँ आती नहीं तुझसे मोहब्बत कैसे करूँ मैं मुझको वफायें आती नहीं तेरे आँसू पीयूँ मैं, कभी तुझको हँसाऊँ तुझे दूर से देखूँ, कभी दिल में बसाऊँ तेरी खातिर जीयूँ मैं, कभी तुझपे लुटाऊँ ये जान मेरी जां है तू