वह बीते दिन याद है वह पलछिन याद है गुजरे तेरे संग जो लगाके तुझे अंग जो वह मुस्कान तेरा वह शर्माना तेरा दिसंबर का समां वह भीगी भीगी सर्दिया वह मौसम क्या हुआ ना जाने कहाँ खो गया बस यादें बाकी
वह बीते दिन याद है वह पलछिन याद है गुजरे तेरे संग जो लगाके तुझे अंग जो वह मुस्कान तेरा वह शर्माना तेरा दिसंबर का समां वह भीगी भीगी सर्दिया वह मौसम क्या हुआ ना जाने कहाँ खो गया बस यादें बाकी
वह बीते दिन याद है वह पलछिन याद है गुजरे तेरे संग जो लगाके तुझे अंग जो वह मुस्कान तेरा वह शर्माना तेरा दिसंबर का समां वह भीगी भीगी सर्दिया वह मौसम क्या हुआ ना जाने कहाँ खो गया बस यादें बाकी
वह बीते दिन याद है वह पलछिन याद है गुजरे तेरे संग जो लगाके तुझे अंग जो वह मुस्कान तेरा वह शर्माना तेरा दिसंबर का समां वह भीगी भीगी सर्दिया वह मौसम क्या हुआ ना जाने कहाँ खो गया बस यादें बाकी