menu-iconlogo
huatong
huatong
avatar

MITTI

RCRhuatong
maxmariahuatong
Lời Bài Hát
Bản Ghi
जिस में हेर बार फैल हो गया

तुम ऐसा इंतेहाँ हो

हम तू रब के सगे ना निकले

तुम तू फिर इंसान हो

तुम तू फिर इंसान हो

दुनिया डारी मे ऐसा फस गया तू

तूने चोर दिए अपना ओर

रब से भी डोर है

उसका घर मैं तेरी नाइकी दहकी जया गी

ना देखा जाए गा कितना माशूर हा

दोसरो को कहेता था रब याद रखो

तेरी खुद की कहा चली गयी इबादत है

तेरी बातों पे तू खुद नि चलता

ओर दोसरों को ज्ञान बाँटने की तुझे आदत है

बेवाज़ा अपनो से बात बात पे लार्टा है

खुद भी दुखी ओर उनको भी केरता है

किसी के भी तुझे आँसू नयी दिखते

अपने दिखते हैं ओर दिखें पैसे

अपनू से झूट तू बोलता है रोज़

उस रब से सच छुपाए गा तू कैसे

मिट्टी में मिलके जब उसके तू घर जाएगा

माँगा गा तुझ से वो हिसाब

इतने गुनाह लेके कहाँ जाए गा बंदेया

क्या देगा उसको तू जवाब

मिट्टी में मिलके जब उसके तू घर जाएगा

माँगा गा तुझ से वो हिसाब

इतने गुनाह लेके कहाँ जाए गा बंदेया

क्या देगा उसको तू जवाब

तेरा घाम मे रोया जैसे तेरे अपना

मातम में भी ऐसे रोते नही हैं

तूने प्यार के बदला में दर्द ही दिया है

तुझे प्यार करने वेल लोग सोते नही हैं

अपना बना कर दिल से उसको अजनाबीयों की तारेह

बीच रास्ते में छोरा है

लानत हज़ार तुझे तेरे किरदार पे

एक पाक इंसान तूने अंदर तक तोड़ा है

तू ने जीते जी मार डाली अपनी महबोबा

ओर इस बात से अंजान भी नही है

लोग तुझे कुधा बना के बैठे हैं

ओर तू असल में इंसान भी नही हैं

उसकी तरह तुझको यादें क्यू नि खाती

तू कैसे जी रहा है तुझे मोट क्यू नि आती

कितनउ को स्टया कितने थे मजबूर

कौन था ग़लत कौन था बेकसूर

कर्मों की मार से कैसे बचे गा

तेरा किया तुझे एक दिन मिले गा ज़रूर

मिट्टी में मिलके जब उसके तू घर जाएगा

माँगा गा तुझ से वो हिसाब

इतने गुनाह लेके कहाँ जाए गा बंदेया

क्या देगा उसको तू जवाब जे

मिट्टी में मिलके जब उसके तू घर जाएगा

माँगा गा तुझ से वो हिसाब

इतने गुनाह लेके कहाँ जाए गा बंदेया

क्या देगा उसको तू जवाब जे

Nhiều Hơn Từ RCR

Xem tất cảlogo

Bạn Có Thể Thích