हर तरह का है नशा मेरे सर पे
तेरी यादों में मैं फ़ना
तेरे पास बैठा, फिर भी दर-ब-दर मैं
तेरे बिन जीना है सज़ा
(B-b-boyfifty) yeah
हर तरह का है नशा मेरे सर पे, तू भी पूछे ना अब, "आता क्यूँ नहीं घर में?"
तेरी यादों में मैं फ़ना, yeah
तेरे पास बैठा, फिर भी दर-ब-दर मैं, ख़ुशी मिलती मुझे अपने ही ख़बर में
तेरे बिन जीना है सज़ा, yeah
तू नहीं बैठी पास, फिर भी मिल जाता सुकूँ
अब पास तेरे होंठ नहीं तो नशे का जुनूँ
I am taking all 'em pills, and I can't deny the doom
अब बैठा अपने कमरे पे, नस काटी बहता ख़ून
सारी रातें जो गुज़ारी थी, वो साँसें मिलती जा रही थी
धड़कन भी ये थमनी थी, वो सारा तेरी ख़ुशबू का सुरूर
तू है मेरी इसी बात का ग़ुरूर
अब ख़ुद में सिमटकर हूँ बैठा, और अंदर ही अंदर हूँ कहता
मैं लाश भी अपने कुरेदूँ तो तेरा ही नाम बहेगा, बहेगा
तू कर ले ज़लील, मैं हँसता रहूँगा, तू मेरी बन आज, कल मैं ना कहूँगा
और जो कभी मौत आई तेरे पास तो बची हुई जान मैं तुझमें भरूँगा
हर तरह का है नशा मेरे सर पे, तू भी पूछे ना अब, "आता क्यूँ नहीं घर में?"
तेरी यादों में मैं फ़ना, yeah
तेरे पास बैठा, फिर भी दर-ब-दर मैं, ख़ुशी मिलती मुझे अपने ही ख़बर में
तेरे बिन जीना है सज़ा, huh
I can't hold you close, मेरे मंज़िल का ये दोष
अब ख़ाली ये मकाँ, ज़मी पे मेरा बोझ
Pills on my palm, फिर भुला देता मैं होश
अब तो बस ख़यालों में मिल आता उनसे रोज़
इमारतों में खो ना जाऊँ, कहता था उन्हें
इलाके जो मना थे, पैरों के निशान हैं
दिलासे देती दुनियाँ की, तू ख़ुद को रोक मत
वो दुनिया अब कहाँ, अकेला मैं वीराने में
इरादे थे कि उनके साथ
देखूँगा मैं सब, पहचानूँगा इंसान
पाया मैंने उनको, और ख़्वाहिशें थी पूरी
फ़ासलों ने छीना, अब ख़्वाहिशें अंजान
बीते लम्हों का मैं काफ़ी हूँ आभारी
इन्हें छुपा के रखता हूँ मैं बाकियों से आज
बेचैनी होती, और ये रातें बीत जाती
हँसते अश्क जब भी आती तेरी याद
हर तरह का है नशा मेरे सर पे, तू भी पूछे ना अब, "आता क्यूँ नहीं घर में?"
तेरी यादों में मैं फ़ना, yeah
तेरे पास बैठा, फिर भी दर-ब-दर मैं, ख़ुशी मिलती मुझे अपने ही ख़बर में
तेरे बिन जीना है सज़ा