राहें कठिन मुश्किल सफ़र क्यूँ हम चलें यह सोच कर बढ़ता चल आए हमसफर मंज़िल की कर ना तू फिकर क्यूँ तू ढूँढे वो कारवाँ तन्हा है तू तन्हा जहाँ मंज़िल को तू यूँ ढूँढ ना तुझ में बसा तेरा जहाँ क्यूँ हम चलें यह सोच कर क्यूँ हम चलें इस मोड़ पर आशायें हैं अब इधर मंज़िलें जाने किधर प्यार का है यह असर तन्हा है तू फिर भी मगर खुशियों का है यह सिलसिला तुझ में बसा तेरा जहाँ क्यूँ हम चलें यह सोच कर यह सोच कर वो ओ क्यूँ हम चलें इस मोड़ पर इस मोड़ पर आशायें हैं अब इधर मंज़िलें जाने किधर क्यूँ हम चलें यह सोच कर यह सोच कर आशायें क्यूँ हम चलें इस मोड़ पर इस मोड़ पर आशायें हैं अब इधर मंज़िलें
राहें कठिन मुश्किल सफ़र क्यूँ हम चलें यह सोच कर बढ़ता चल आए हमसफर मंज़िल की कर ना तू फिकर क्यूँ तू ढूँढे वो कारवाँ तन्हा है तू तन्हा जहाँ मंज़िल को तू यूँ ढूँढ ना तुझ में बसा तेरा जहाँ क्यूँ हम चलें यह सोच कर क्यूँ हम चलें इस मोड़ पर आशायें हैं अब इधर मंज़िलें जाने किधर प्यार का है यह असर तन्हा है तू फिर भी मगर खुशियों का है यह सिलसिला तुझ में बसा तेरा जहाँ क्यूँ हम चलें यह सोच कर यह सोच कर वो ओ क्यूँ हम चलें इस मोड़ पर इस मोड़ पर आशायें हैं अब इधर मंज़िलें जाने किधर क्यूँ हम चलें यह सोच कर यह सोच कर आशायें क्यूँ हम चलें इस मोड़ पर इस मोड़ पर आशायें हैं अब इधर मंज़िलें
राहें कठिन मुश्किल सफ़र क्यूँ हम चलें यह सोच कर बढ़ता चल आए हमसफर मंज़िल की कर ना तू फिकर क्यूँ तू ढूँढे वो कारवाँ तन्हा है तू तन्हा जहाँ मंज़िल को तू यूँ ढूँढ ना तुझ में बसा तेरा जहाँ क्यूँ हम चलें यह सोच कर क्यूँ हम चलें इस मोड़ पर आशायें हैं अब इधर मंज़िलें जाने किधर प्यार का है यह असर तन्हा है तू फिर भी मगर खुशियों का है यह सिलसिला तुझ में बसा तेरा जहाँ क्यूँ हम चलें यह सोच कर यह सोच कर वो ओ क्यूँ हम चलें इस मोड़ पर इस मोड़ पर आशायें हैं अब इधर मंज़िलें जाने किधर क्यूँ हम चलें यह सोच कर यह सोच कर आशायें क्यूँ हम चलें इस मोड़ पर इस मोड़ पर आशायें हैं अब इधर मंज़िलें
राहें कठिन मुश्किल सफ़र क्यूँ हम चलें यह सोच कर बढ़ता चल आए हमसफर मंज़िल की कर ना तू फिकर क्यूँ तू ढूँढे वो कारवाँ तन्हा है तू तन्हा जहाँ मंज़िल को तू यूँ ढूँढ ना तुझ में बसा तेरा जहाँ क्यूँ हम चलें यह सोच कर क्यूँ हम चलें इस मोड़ पर आशायें हैं अब इधर मंज़िलें जाने किधर प्यार का है यह असर तन्हा है तू फिर भी मगर खुशियों का है यह सिलसिला तुझ में बसा तेरा जहाँ क्यूँ हम चलें यह सोच कर यह सोच कर वो ओ क्यूँ हम चलें इस मोड़ पर इस मोड़ पर आशायें हैं अब इधर मंज़िलें जाने किधर क्यूँ हम चलें यह सोच कर यह सोच कर आशायें क्यूँ हम चलें इस मोड़ पर इस मोड़ पर आशायें हैं अब इधर मंज़िलें