menu-iconlogo
huatong
huatong
avatar

Main Kab Se Kah Raha Hoon

Manish Kumar/Deepmalahuatong
prenfroivhuatong
歌词
作品
मैं कब से कह रहा हूँ

क्या कह रहे हो

मैं कब से कह रहा हूँ

बोलो न

जल्दी से मिलने आजा

में uncle के

यहाँ ठहरा हूँ

जल्दी से मिलने आजा

में uncle के

यहाँ ठहरा हूँ

तुझे मिलाना तो माफिक हैं

तुझे मिलाना तो माफिक हैं

इक तुहि आशिक़ नहीं

तेरे uncle भी आशिक़ हैं

इक तुहि आशिक़ नहीं

तेरे uncle भी आशिक़ हैं

ऐसा क्या

आसमान पे तारे हैं

आसमान पे तारे हैं

क्या करे uncle बिचारे

वो भी तो कुंवारे हैं

क्या करे uncle बिचारे

वो भी तो कुंवारे हैं

झूठ बोलने पे सताऊँगी

झूठ बोलने पे सताऊँगी

अपनी गली के कुत्ते

तेरे पीछे भगाऊँगी

अपनी गली के कुत्ते

तेरे पीछे भगाऊँगी

तेरे घर तक आउंगा

तेरे घर तक आउंगा

तेरी गली के कुत्ते

मैं सीने से लगाउंगा

तेरी गली के कुत्ते

मैं सीने से लगाउंगा

हुस्ने का झगड़ा ही क्या (हुस्ने का झगड़ा ही क्या)

हुस्ने का झगड़ा ही क्या (हुस्ने का झगड़ा ही क्या)

जब गैल आन मिले (जब गैल आन मिले)

सारे शिकवे जाता रहा (सारे शिकवे जाता रहा)

जब गैल आन मिले (जब गैल आन मिले)

सारे शिकवे जाता रहा (सारे शिकवे जाता रहा)

更多Manish Kumar/Deepmala热歌

查看全部logo

猜你喜欢