रूठो जो तुम तो मनाऊ मैं
तुम हस दो तो मुस्काउ मै
रूठो जो तुम तो मनाऊ मैं
तुम हस दो तो मुस्काउ मै
तुम बिन मुझे कुछ भाये ना
जहां देखु तुमको ही पाउ मैं
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो
मनमीत हो राधे
मेरी मनमीत हो
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो
मनमीत हो राधे
मेरी मनमीत हो
तुम प्रेम हो
तुम प्रीत हो
मेरी बांसुरी का गीत हो
है कुछ क्षणों की दूरिया
ये क्षण युही कट जायेंगे
तुम देखना ये विरह के क्षण
फिर से मिलन रितु लायेंगे
राधे