menu-iconlogo
huatong
huatong
mukeshanand-bakshi-baharon-ne-mera-chaman-loot-kar-cover-image

Baharon Ne Mera Chaman Loot Kar

Mukesh/Anand Bakshihuatong
mikecliffordhuatong
歌词
作品
बहारों ने मेरा चमन लूटकर

खिज़ां को ये इल्ज़ाम क्यों दे दिया

किसीने चलो दुश्मनी की मगर

इसे दोस्ती नाम क्यों दे दिया

बहारों ने मेरा चमन लूटकर

मैं समझा नहीं ऐ मेरे हमनशीं

सज़ा ये मिली है मुझे किस लिये

सज़ा ये मिली है मुझे किस लिये

के साक़ी ने लब से मेरे छीन कर

किसी और को जाम क्यों दे दिया

बहारों ने मेरा चमन लूटकर

मुझे क्या पता था कभी इश्क़ में

रक़ीबों को कासिद बनाते नहीं

रक़ीबों को कासिद बनाते नहीं

खता हो गई मुझसे कासिद मेरे

तेरे हाथ पैगाम क्यों दे दिया

बहारों ने मेरा चमन लूटकर

खुदाया यहाँ तेरे इन्साफ़ के

बहुत मैंने चर्चे सुने हैं मगर

बहुत मैंने चर्चे सुने हैं मगर

सज़ा की जगह एक खतावार को

भला तूने ईनाम क्यों दे दिया

बहारों ने मेरा चमन लूटकर

खिज़ां को ये इल्ज़ाम क्यों दे दिया

किसीने चलो दुश्मनी की मगर

इसे दोस्ती नाम क्यों दे दिया

更多Mukesh/Anand Bakshi热歌

查看全部logo

猜你喜欢