Kanu Ladik Bigdi Myaru
Garhwali Song
:
Narendra Singh Negi Part1
Meena Rana Part2
कनु लड़िक बिगड़ि म्यारु ब्वारी कैर की
कनु लड़िक बिगड़ि म्यारु ब्वारी कैर की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
कनु लड़िक बिगड़ि म्यारु ब्वारी कैर की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
:
नथुली बेची पढ़ाई लिखाई
नथुली बेची पढ़ाई लिखाई
पुंगड़ि बेचि कि मिल ब्वारी काई
सोचि छो ब्वारी को सुख देखुलू
सोचि छो ब्वारी को सुख देखुलू
डोला बटी ब्वारी भयां भी नि आई
नौना दगड़ि चल गै देस बौगा मारि की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
ब्वारी बिचारील यनु जाप काई
ब्वारी बिचारील यनु जाप काई
सैंत्यूं नौनु भी बस माँ नि राई
अब त हमथें पछैण्दू बी नि च
अब त हमथें पछैण्दू बी नि च
अपणु ही सोनु खोटु ह्वै ग्याई
क्या पाई येका बाना मिन ज्यू मारि की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
Narendra Singh Negi Meena Rana
भलि बुरी चीज लोगूं की ऐनी
भलि बुरी चीज लोगूं की ऐनी
मिल दुई दाणि चणो की नि पैनी
हमखुणि सेवा सोंली भी हर्ची
हमखुणि सेवा सोंली भी हर्ची
समधण्यौं थैनि मन्यौडर गैनी
क्या पायी येका बाना कर्ज पात कैरी की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
छौंदी ब्वारी स्यु छों डाँड्यो जाणू
छौंदी ब्वारी स्यु छों डाँड्यो जाणू
डोखरी पुंगड़्यों माँ हडिगयों तुड़ाणु
लैंदा कीदां ये घौर ऐजन्दीन
लैंदा कीदां ये घौर ऐजन्दीन
मि स्यूं छों बांझा भैंसो चराणु
सैन्त्यूँ सम्भाल्यूं लि जान्दिना
झाड़ि काट की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
कनु लड़िक बिगड़ि म्यारु ब्वारी कैर की
कनु लड़िक बिगड़ि म्यारु ब्वारी कैर की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
कैमां लगाणींन छुईं अपणि खैर की
छुईं अपणि खैर की
छुईं अपणि खैर की
Thanks
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