कहता हैं यह दिल
कहता हैं यह दिल चल उनसे मिल
उठते हैं कदम रुक जाते हैं
उठते हैं कदम रुक जाते हैं
दिल हमको कभी समझाता हैं
हम दिल को कभी समझाते हैं
हम दिल को कभी समझाते हैं
दिल आ गया उन पर प्रीत हुई,
यह हार हुई के जीत हुई
वो जान के धोका देते हैं,
हम जान के धोका खाते हैं
हम जान के धोका खाते हैं
सीने मे खतक सी बाकी हैं,
मिलने मैं झिझक सी बाकी है
नज़रों को भी लाज आती हैं,
अरमान अभी शरमते हैं
अरमान अभी शरमते हैं
कहता हैं यह दिल चल उनसे मिल
उठते हैं कदम रुक जाते हैं
उठते हैं कदम रुक जाते हैं
बहकी हैं नज़र बेताब हैं दिल,
बेरंग हैं हर रंगीन मेहफ़िल
क्या प्यार की पहेली मंजिल मैं,
ऐसे भी जमाने आते हैं
ऐसे भी जमाने आते हैं
कहता हैं यह दिल चल उनसे मिल