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Inteha Ho Gayi - Rahul Nambiar

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歌词
作品
इन्तहा हो गयी इंतज़ार की

आयी ना कुछ खबर मेरे यार की

ये हमें है यकीन बेवफा वो नहीं

फिर वजह क्या हुई इंतज़ार की

इन्तहा हो गयी इंतज़ार की

आयी ना कुछ खबर मेरे यार की

ये हमें है यकीन बेवफा वो नहीं

फिर वजह क्या हुई इंतज़ार की

इंतज़ार की

ग़म के अँधेरे ढले बुझ गए सितारें भले

देखा तुझे तो दिलों में जान आयी

होंठों पे तराने सजे अरमान दीवाने जगे

बाहों में आके तू ऐसे शर्मायी

छा गयी फिर वही बेखुदी

छा गयी फिर वही बेखुदी

बात जो है उसमें बात वो यहां कहीं नहीं किसी में

हम्म वो है मेरी, बस है मेरी, शोर है यही गली गली में

हूं साथ साथ है वो मेरे ग़म में मेरी दिल की हर ख़ुशी में

ज़िन्दगी में वो नहीं तो कुछ नहीं है मेरी ज़िन्दगी में

बुझ ना जाये ये शमा ऐतबार की

इन्तहा हो गयी इंतज़ार की

आयी ना कुछ खबर मेरे यार की

ये हमें है यकीन बेवफा वो नहीं

फिर वजह क्या हुई इंतज़ार की

इंतज़ार की इंतज़ार की इंतज़ार की ओ ओ

इंतज़ार की ओ ओ इंतज़ार की

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