हम मिले, बिछड़ गए बात इतनी नहीं
तू नहीं, फिर क्यूँ तेरी याद मिटती नहीं?
उस पल हमने ना रोका तुझे
शायद ये भी पता था मुझे
तुम आओगे, यकीन था
मुड़ के कभी तो यहाँ
तुम आओगे, यकीन था
होने को फिर से मेरा, हाँ मेरा
कितनी रातें, गुज़री जगा के
नींदें हो गई ख़फ़ा
हो, ख़्वाबों से तेरे भर ली हैं आँखें
यादों से मैंने सुबह
इतना प्यार हो जाएगा दिल को तुमसे
ख़बर ही नहीं थी हमें
तुम आओगे, यकीन था
मुड़ के कभी तो यहाँ
तुम आओगे, यकीन था
होने को फिर से मेरा, हाँ मेरा
आने से तेरे, खामोश दिल में
होने लगी हलचलें
हो, कब से कदम ये ठहरे हुए थे
आओ साथ चल चलें
इंतज़ार में थी तुम्हारे ये साँसें
मिले तुम तो जीने लगे
तुम आओगे, यकीन था
मुड़ के कभी तो यहाँ
तुम आओगे, यकीन था
होने को फिर से मेरा, बस मेरा