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ZAEDEN/Somanshuhuatong
miastar1huatong
歌词
作品
मुझको पता ना चला

ये ऐसा क्यूँ हुआ?

कर रहा तेरा इंतज़ार

तोड़ दिया क्यूँ दिल

दिल ये हर दफ़ा?

अब तो पास आ जाओ ना

ऐसे क्यूँ हुए हैं फ़ासले?

दूर तुम क्यूँ हो गए?

जब क़रीब हम थे कभी

मिला सकी ना तू नज़र

अब तो ज़रा मेरे पास आओ ना

होके जुदा तुम यूँ सताओ ना

अब तो ज़रा मेरे पास आओ ना

कर रहा हूँ तेरा इंत...

(ज़ार-आर, इंतज़ार)

(ज़ार-आर, इंतज़ार)

ज़ार-आर, इंतज़ार

(ज़ार-आर, इंतज़ार)

तेरी बातें, सारी रातें

याद आती हैं क्यूँ मुझे?

कैसे कहूँ? कहीं रोने लगे

मेरा दिल बिन तेरे

ऐसे क्यूँ हुए हैं फ़ासले? (फ़ासले)

दूर तुम क्यूँ हो गए?

जब क़रीब हम थे कभी

मिला सकी ना तू नज़र

अब तो ज़रा मेरे पास आओ ना

होके जुदा तुम यूँ सताओ ना

अब तो ज़रा मेरे पास आओ ना

कर रहा हूँ तेरा इंत...

(ज़ार-आर, इंतज़ार)

(ज़ार-आर, इंतज़ार)

ज़ार-आर, इंतज़ार

(ज़ार-आर, इंतज़ार)

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