menu-iconlogo
huatong
huatong
avatar

Zaruri Tha Rahat Fateh Ali Khan

MANAV/Gaurihuatong
8725724283487400huatong
歌詞
作品
लफ्ज़ कितने ही तेरे पैरों से लिपटे होंगे

तूने जब आख़िरी खत मेरा जलाया होगा

तूने जब फूल किताबों से निकाले होंगे

देने वाला भी तुझे याद तो आया होगा

तेरी आँखों के दरिया का उतरना भी ज़रूरी था

मोहब्बत भी ज़रूरी थी बिछड़ना भी ज़रूरी था

ज़रूरी था की हम दोनों तवाफ़े आरज़ू करते

मगर फिर आरज़ूओं का बिखरना भी ज़रूरी था

तेरी आँखों के दरिया का उतरना भी ज़रूरी था

बताओ याद है तुमको वो जब दिल को चुराया था

चुराई चीज़ को तुमने ख़ुदा का घर बनाया था

वो जब कहते थे मेरा नाम तुम तस्बीह में पढ़ते हो

मोहब्बत की नमाज़ों को कज़ा करने से डरते हो

मगर अब याद आता है वो बातें थी महज़ बातें

कहीं बातों ही बातों में मुकरना भी ज़रूरी था

तेरी आँखों के दरिया का उतरना भी ज़रूरी था

वही हैं सूरतें अपनी वही मैं हूँ, वही तुम हो

मगर खोया हुआ हूँ मैं मगर तुम भी कहीं गुम हो

मोहब्बत में दग़ा की थी सो काफ़िर थे सो काफ़िर हैं

मिली हैं मंज़िलें फिर भी मुसाफिर थे मुसाफिर हैं

तेरे दिल के निकाले हम कहाँ भटके कहाँ पहुंचे

मगर भटके तो याद आया भटकना भी ज़रूरी था

मोहब्बत भी ज़रूरी थी बिछड़ना भी ज़रूरी था

ज़रूरी था की हम दोनों तवाफ़े आरज़ू करते

मगर फिर आरज़ूओं का बिखरना भी ज़रूरी था

तेरी आँखों के दरिया का उतरना भी ज़रूरी था

Read more: https://www.hinditracks.in/zaroori-tha-lyrics-hindi

更多MANAV/Gauri熱歌

查看全部logo

猜你喜歡

Zaruri Tha Rahat Fateh Ali Khan MANAV/Gauri - 歌詞和翻唱