खीली जहाँ पे जहाँ पे गेंहू
रुका वहीँ पे वहीँ पे मैं हूँ
है मढ़ा मोटा हसता
सीधा साधा रस्ता
नि आजा
सुने दिलों की दिलों की धुन री
पीले गोटे किनारे की चुनरी
है ओढ़ बैठी फसलें
तू जो आये रसलें
नि आजा
ओय होय
सर आँखों पे है नखरे संभाले तेरे
अब कर देना खुद को हवाले तेरे, हेय
नि Butterfly बनके
तू ले अंगड़ाई तन के
नि आजा कुड़ी आजा खेतों में
ओय होय. नि Butterfly बनके
तू ले अंगड़ाई तन के
नि आजा कुड़ी आजा खेतों में
आजा ग़दर मचाएंगे हम
एक पेड़ लगायेंगे हम
नि आजा कुड़ी आजा खेतों में
नि Butterfly बनके
तू ले अंगड़ाई तन के
नि आजा कुड़ी. (हेय.)
नि आजा रे
ओ. उस पल मैं खुद को लगती हूँ प्यारी
जिस पल मैं सोचु यारा मैं तो हूँ तुम्हारी
कर दूं कर दूं क्या जन हित में जारी
अब से है मेरी तेरे इश्का पे दावेदारी
ओ. ना मैं घबराती ना मैं शर्माती
तुझको ख्यालों में मैं लाके हूँ सताती
उफ्हो. मुझको क्यूँ सबकुछ बताती
सुन के ये बातें मेरी अक्ल हवा हो जाती
मैंने कर दी बेअक्ली तो कहना नहीं
मैंने रखा तुझे दिल में तू रहना वही पे
नि Butterfly बनके
तू ले अंगड़ाई तनके
नि आजा कुड़ी आजा खेतों में
ओय होय. नि Butterfly बनके
तू ले अंगड़ाई तनके
नि आजा कुड़ी आजा खेतों में
आजा ग़दर मचाएंगे हम
एक पेड़ लगायेंगे हम
नि आजा कुड़ी आजा खेतों में
नि Butterfly बनके
तू ले अंगड़ाई तनके
नि आजा कुड़ी आजा. खेतों में
मुझमें इश्क या इश्क में हूँ मैं
हुआ मुझे एहसास रे
खेल रहा हूँ साथ यार के
मैं ख्वाबों की ताश रे
मुझमें इश्क या इश्क में हूँ मैं
हुआ मुझे एहसास रे
खेल रहा हूँ साथ यार के
मैं ख्वाबों की ताश रे
तू ही उसको खोज रहा है
हाय. तू ही उसको खोज रहा है
ऐ दिल मेरे ये ना सोच
वो भी तुझको ढूढ़ रहा है
जिसकी तुझे तलाश रे
वो भी तुझको ढूढ़ रहा है
जिसकी तुझे तलाश रे
वो भी तुझको ढूढ़ रहा है
जिसकी तुझे तलाश रे