menu-iconlogo
huatong
huatong
avatar

Kaisi Majburi

Raambo-2huatong
luggnutt1huatong
歌詞
作品
यह कैसी है मज़बूरी जिसमे छुपा हू मैं

सारी दुनिया चले लेकिन रुका हू मैं

यह कैसी है मज़बूरी जिसमे छुपा हू मैं

सारी दुनिया चले लेकिन रुका हू मैं

यह लम्हा कहीं छूट जाए ना

यह सपना कही टूट जाए ना

ऐसी मेरी है तुझसे इबादत

करना मुझे यूँ हरदम मोहोब्बत

सितारो को फिर मैं सता दू

तेरे आँसुओ को फिर मैं सूखा दू

यह कैसी है मज़बूरी जिसमे छुपा हू मैं

सारी दुनिया चले लेकिन रुका हू मैं

बातें अनकही अनसुनी सी दिल में

आसू भी ना बहे थे

ना थी ज़िंदगी मुश्किल में

ऐसा भी कोई वक़्त था

जिसे याद करने से मैं डरु

बुलाए मुझे यादें ये

इंतेज़ार इनका मैं करू

भीगी भीगी सी रातो में

प्यार भरी दीवानी मुलाक़ातो में

तू कैसी है कमज़ोरी जिसमे फसा हू मैं

तेरे लिए ही कही ना कही रुका हू मैं

यह कैसी है मझबूरी जिसमे च्छूपा हू मैं

क्यू ना हो यह कभी पूरी

और क्यू जगा हू मैं

आ भी जा आए जहाँ

आ भी जा

आ भी जा आए जहाँ

आ भी जा

आ भी जा आए जहाँ

आ भी जा

आ भी जा आए समा

आ भी जा

更多Raambo-2熱歌

查看全部logo

猜你喜歡