साथिया ओ साथिया
हम तुम हर पल संग चले
जैसे सूरज संग किरण
जैसे बादल संग पवन
जैसे धरती संग गगन
हो चले संग संग
साथिया ओ साथिया
हम तुम हर पल संग चले
बागो मे ये फुलो के मेले ये सारंग के झूले
बीते बचपन पर बचपन की यादे देना भूले
सारी उमर ना भूले
फुलो का ये मौसम गीतो की ये सरगम
पायल की ये छम छम हो करे याद हम
साथिया ओ साथिया
हम तुम हर पल संग चले
पल बदले ये जीवन
बदले बदले ये दुनिया सारी
हम ना बदले दिल ना
बदले बदले ना ये यारी
साथ हो प्रीत तुम्हारी
जैसे फुलो संग शबनम
जैसे गीतो संग सरगम
जैसे पायल संग छम छम
हो रहे संग हम
साथिया ओ साथिया
हम तुम हर पल संग चले