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Mere Mehboob Qayamat Hogi - Analogue Mix

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Lyrics
मेरे महबूब क़यामत होगी

आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी

नाम निकलेगा तेरा ही लब से

जान जब इस दिल-ए-नाकाम से रुखसत होगी

मेरे महबूब

मेरे सनम के दर से अगर

बाद-ए-सबा हो तेरा गुज़र

कहना सितमगर कुछ है खबर

तेरा नाम लिया जब तक भी जिया

ऐ शमा तेरा परवाना

जिससे अब तक तुझे नफरत होगी

आज रुसवा तेरी गलियों में महोबत होगी

मेरे महबूब क़यामत होगी

आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी

मेरे महबूब

Mere Mehboob Qayamat Hogi - Analogue Mix by Prashant Kumar/Kishore Kumar - Lyrics & Covers