एल्बम मुक्तिदाता के पथ पर (भीम गीत)
।।गीत के बोल तुम न
होते तो हम न होते।।
गीत रमेश थेटे
संगीत भूपेश सवई
तुम न होते, तो हम न होते
तुम न होते तो हम न होते,
होता ना ये नज़ारा, होता न ये नज़ारा
भीमजी गर तुम न आते,
भीमजी गर तुम न आते, होता कैसे गुजारा sss
तुम न होते, तो हम न होते
तुम न होते...
।।बाबासाहेब डॉ आंबेडकर को शत शत नमन।।
नज़रे झुकी हुई थी, पलकें भीगी हुई थी,
नज़रे झुकी हुई थी, पलकें भीगी हुई थी
वीरां रातें और, सांसे डरी हुई थी
तुम न चलते, तो हम न चलते,
तुम न चलते, तो हम न चलते
मिलता न ये किनारा, मिलता न ये किनारा,
भीमजी गर तुम न आते,
भीमजी गर तुम न आते, होता कैसे गुजारा,
तुम न होते, तो हम न होते
तुम न होते...
।। भारतीय सविधान के शिल्पकार डाॅ
बाबासाहेब आंबेडकर को कोटी कोटी वंदन।।
जय भीम